संपूर्ण शिक्षा कवच: बाल सुधार गृह के छात्रों के लिए उम्मीद की किरण*

*संपूर्ण शिक्षा कवच: बाल सुधार गृह के छात्रों के लिए उम्मीद की किरण*

जब बाल सुधार गृह के बच्चों ने अपने भविष्य को लेकर उम्मीद खो दी थी, और जीवन की कठिनाइयों ने उन्हें निराश कर दिया था, तब संपूर्ण शिक्षा कवच परियोजना ने उन्हें एक नई दिशा और आत्मविश्वास दिया। श्री लालचन्द डाडेल, आयुक्त, संथाल परगना प्रमंडल, दुमका व उपायुक्त दुमका श्री आंजनेयुलू दोड्डे के मार्गदर्शन मे यह परियोजना, न केवल इन बच्चों को शिक्षा का अवसर प्रदान कर रही है, बल्कि उन्हें अपने सपनों को फिर से जीवित करने का भी मौका दे रही है। संपूर्ण शिक्षा कवच के माध्यम से, कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों को उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर होने के लिए आवश्यक कौशल और मार्गदर्शन मिल रहा है, जिससे उनका जीवन पूरी तरह से बदल रहा है।
जिला प्रशासन दुमका के मार्गदर्शन मे, संपूर्ण शिक्षा कवच परियोजना बाल सुधार गृह धधकिया (बालिका) और बल सुधार गृह हिजला (बालक) में कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों के बच्चों को ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा प्रदान करने हेतु विषय विशेषज्ञों द्वारा विशेष कक्षाओं की व्यवस्था शुरू की गई है। इस पहल से, उन बच्चों को शिक्षा का एक नया अवसर मिल रहा है जो पहले अपनी परिस्थितियों के कारण इससे वंचित थे। अब, वे न केवल अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर पा रहे हैं, बल्कि यह उन्हें समाज में सम्मानजनक स्थान बनाने का मौका भी दे रहा है।
इस कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए आयुक्त महोदय ने व्यक्तिगत रूप से इन दोनों बाल सुधार गृहों का निरीक्षण किया और संपूर्ण शिक्षा कवच के कार्य को सराहा। उन्होंने इस परियोजना को पूरे संथाल परगना क्षेत्र के सभी जिलों में लागू करने का निर्देश दिया । आयुक्त संथाल परगना के मार्गदर्शन मे, संपूर्ण शिक्षा कवच टीम ने इस पहल को संथाल परगना के सभी जिलों में शुरू किया और 9 वीं से 12 वीं के छात्रों को आनलाइन कक्षाओं के माध्यम से विषय विशेषज्ञों द्वारा कक्षाएं संचालित कराई जा रही हैं , ताकि क्षेत्र के सभी बच्चों को इस शिक्षा के अवसर का लाभ मिल सके।
संपूर्ण शिक्षा कवच परियोजना के तहत, इन बच्चों को एक मौका मिला है खुद को फिर से ढालने का, अपने सपनों को पूरा करने का और समाज में अपनी पहचान बनाने का। ये बच्चे जो सामाजिक और पारिवारिक मुश्किलों के कारण अपने अधिकारों और अवसरों से वंचित हो चुके थे, अब इस पहल के माध्यम से न केवल शिक्षा बल्कि एक उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ने का मौका पा रहे हैं।
यह पहल केवल शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह इन बच्चों के जीवन में बदलाव लाने के लिए एक संजीवनी के रूप में कार्य कर रही है। संपूर्ण शिक्षा कवच ने उन्हें यह दिखाया है कि उनकी कठिन परिस्थितियाँ उनके उज्जवल भविष्य के रास्ते में बाधा नहीं बन सकतीं। इसके माध्यम से उन्हें एक ऐसा मंच मिला है, जहां वे अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ा सकते हैं, अपने कौशल को निखार सकते हैं और अपने सपनों को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।
श्री लालचन्द डाडेल, आयुक्त, संथाल परगना प्रमंडल, दुमका व उपायुक्त दुमका श्री आंजनेयुलू दोड्डे के निर्देशन मे  यह एक विशेष पहल बाल सुधार गृहों में एक नई उम्मीद की लहर लेकर आया है, और यह इस बात का प्रमाण है कि जब बच्चों को सही मार्गदर्शन और अवसर मिलते हैं, तो वे अपनी स्थिति को बदलने में सक्षम होते हैं और अपने भविष्य को संवार सकते हैं। दुमका जिला प्रशासन की यह अनूठी पहल बच्चों के जीवन में आशा और बदलाव लेकर आई है, और यह पूरे संथाल परगना क्षेत्र के लिए एक प्रेरणा बन रही है।

दुमका से जोशी न्यूज़ रिपोर्टर हेमंत स्वर्णकार की रिपोर्ट

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