धनबाद में बिजली दर बढ़ाने का प्रस्ताव जन-सुनवाई 20 मार्च 2025 गुरुवार को अपहरन 3 बजे न्यू टाउन हॉल धनबाद में दिन गुरुवार को संपन्न

धनबाद में बिजली दर बढ़ाने का प्रस्ताव जन-सुनवाई 20 मार्च 2025 गुरुवार को अपहरन 3 बजे न्यू टाउन हॉल धनबाद में दिन गुरुवार को संपन्न

बिजली विभाग झारखंड
धनबाद संवाददाता बिजली विभाग ने ग्रामीण क्षेत्र में प्रति यूनिट 8.45 रुपए व शहरी क्षेत्र में 9.25 रुपए बिजली दर बढ़ाने प्रस्ताव रखा है।ग्रामीण क्षेत्र में अभी बिना सब्सिडी प्रति यूनिट 6.30 बिजली है, जिसे बढ़ाकर 8.45 रुपए की बात कही है। यदि ऐसा हुआ तो ग्रामीणों को 2-15 रुपए प्रति यूनिट अधिक बिजली बिल भरना होगा। इसी तरह फिलवक्त शहरी क्षेत्र में 6.65 रुपए प्रति यूनिट बिजली है। उसे बढ़ाकर 9.25 रुपए प्रति यूनिट करने का प्रस्ताव कि है। 2.60 रुपए प्रति यूनिट बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है।
ग्रामीण क्षेत्र में फिक्स चार्ज अभी 75 रुपए है, जिसे बढ़ाकर 125 रुपए करने का प्रस्ताव रखा है। शहरी क्षेत्र में 100 रुपए से बढ़ा कर 150 रुपए फिक्स चार्ज करने का प्रस्ताव है। इसी तरह एचटी उपभोक्ताओं का फिक्स चार्ज 150 से बढ़ा कर 250 रुपए करने का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग के तकनीकी सदस्य अतुल कुमार व विधि के सदस्य महेंद्र प्रसाद समक्ष बिजली विभाग ने रखा है। गुरुवार को टाउन हॉल में बिजली दर बढ़ोतरी को लेकर जनसुनवाई थी। इसमें लोगों ने दर बढ़ाने का विरोध किया
शहर में 9.25 रु व गांवों में 8.45 रु प्रति यूनिट करने का प्रस्ताव शहरी क्षेत्र में करने का अधिकार
शहर के न्यू टाउन हॉल में गुरुवार को जनसुनवाई के दौरान विद्युत नियामक आयोग के सदस्य कुर्सी पर दाहिने ओर नजर आए बाऐं और उपभोक्ता मौजूद थे।
ऊर्जा मित्रों का भी मामला उठा
जनसुनवाई में राज्य ऊर्जा मित्र संघ के संस्थापक जनसुनवाई में संतोष कुशवाहा ने कहा कि पूर्व की एजेंसी ई एम डी ऊर्जा मित्रों का 14 महीने मानदेय भुगतान किए बिना ही चली गई। ऊर्जा मित्रों का बकाया कैसे मिले, इस पर ठोस पहल नहीं हो रही है। 1500 बिल बनाने पर एक हजार तो किसी को 1500 रुपए दिए जा रहे हैं।
किया। साथ ही कई लोगों ने अपनी अपनी समस्याओं को रखा।
बिजली चोरी का आरोप लगाकर दर्ज करायी प्राथमिकी दर्ज करकेंद के संजय गोस्वामी केंदुआ के रोहित कुमार ने जनसुनवाई में कहा कि उनके घर के नीचे दुकान है। घर और मकान
पौने दो लाख का बिजली बिल आया
संजय कुमार बागती ने कहा कि छह महीने में एक लाख 87 हजार 68 रुपए का बिजली बिल आया। परिवार में चार सदस्य हैं। इतना बिल आने पर सहायक अभियंता, कार्यपालक अभियंता, अधीक्षण अभियंता व जीएम को लिखित शिकायत की, लेकिन अभी तक सुधार नहीं हुआ। जबकि
बिजली कनेक्शन अलग-अलग लिए है। घर की बिजली से बगल के एक रूम में कनेक्शन कर दिया, इस पर विभाग ने बिजली चोरी का केस कर दिया। वहीं रोहित कुमार ने कहा कि वे किराए दार हैं। कुछ ठंडा बच गया था, जिसे घर में रखा था। विभाग
कॉर्मिशयल उपयोग की बात कह कर केस कर दिया। इसपर नियामक आयोग के विधि सदस्य प्रभात कुमार ने जीएम, अधीक्षण अभियंता, रांची से आए कार्यकारी निदेशक से पूछा कि दोनों मामले में चोरी की प्राथमिकी होनी चाहिए कि जुर्माना वसूलना चाहिए।
हुजूर सात-साल से नहीं है बिजली
झरिया साकिन बनियाहीर
निवासी शिव शंकर प्रसाद ने कहा कि सात साल पहले उनके घर का बिजली कनेक्शन काट दिया गया था। 21 हजार रुपए बकाया है। बकाया माफ कर के कनेक्शन फिर जोड़ा जाए। मेरी आमदनी इतनी नहीं है कि इस राशि को भुगतान कर पाए। पूरे परिवार के साथ अंधेरे में रह रहे हैं।
इस के बारे मे अधिकारी जवाब नहीं दे पाए। नियामक आयोग के सदस्य ने कहा कि लोगों को परेशान करना बंद करें। इस दौरान लोगों ने समस्याएं रखीं, जिसमें आयोग के सदस्यों ने नाराजगी जतायी। कहा कि जिला धनबाद में समस्याएं कम नहीं हो रही है। अधिकारी एवं कर्मचारी मौन साधे रहते जु तक रेंगती नहीं है गरीब तबके को प्रताड़ित किया जाता है आवेदन देने के बाद भी जांच करने के लिए फुर्सत ही नहीं है सप्ताह में 2 दिन शनिवार एवं बुधवार छापा मारी करने के लिए फुर्सत है यह कहीं से उचित नहीं है कि सही आदमी को परेशान किया जाए झूठा-मोटा केस किया जाता है बैठक में कहा गया कि कंज्यूमर लोगों को झरिया के रहने वाले अशोक कुमार केसरी के ऊपर एक नहीं दो-तीन बार-बार तीन-तीन बार कभी बेटे पर कभी खुद उन पर कभी पत्नी पर झूठा मुकदमा केस करके उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं यह कहीं से उचित नहीं है इसमें धनबाद के जीएम साहब को ध्यान देने की अधिक आवश्यकता है ऐसे कर्मचारियों को पर जो झूठ मोटे केस करते हैं
भी पक्ष में एक न्यू कानून बनना चाहिए जनता ने का हम लोग भी ऐसे अधिकारियों को ऊपर केस करें कोर्ट में न्याय के लिए हम लोग अपना गुहार लगा सकते हैं टाउन हॉल में अधिकारी ज्यादा उपभोक्ता कम नजर आए यह पहली बार नहीं है जब-जब बैठक हुई है जन-सुनवाई तब तक अधिकारी ही अधिकारी नजर आए हैं उपभोक्ता कम आखिर क्यों इसकी क्या वजह है आगे बिजली भोक्ता लोग खुश समझ सकते है पढ़िए समझिए और अपने हक के लिए लड़ते रहिए जब तक आप सब गरीबों उपभोक्ता का हक नहीं मिलता है।पाथरडीह से जोशी न्यूज़ रिपोर्टर मुजाहिद छायाकार दीपक कुमार गुप्ता कि खास रिपोर्ट।

 

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