महिला जन सुनवाई शिविर का आयोजन… राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा आज समाहरणालय परिसर

महिला जन सुनवाई शिविर का आयोजन…

राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा आज समाहरणालय परिसर स्थित पुलिस सभागार में महिला जन सुनवाई शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारम्भ दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रीय महिला आयोग की माननीय सदस्य श्रीमती ममता कुमारी व वरीय पुलिस अधीक्षक श्री प्रभात कुमार ने संयुक्त रूप से किया।

“आयोग आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय महिला आयोग की माननीय सदस्य श्रीमती ममता कुमारी ने आज समाहरणालय स्थित पुलिस सभागार में जनसुनवाई का आयोजन कर 35 मामलों की सुनवाई की। साथ ही छह नए मामले भी सुने। सुनवाई करने के बाद उन्होंने सभी मामलों के त्वरित निष्पादन करने का निर्देश दिया।

जनसुनवाई के दौरान झरिया के एक वृद्ध दंपति का मामला भी आयोग के सामने आया। वृद्ध ने बताया कि वह धनबाद प्रखंड कार्यालय से वर्ष 2009 में सेवानिवृत हुए थे। उनके पुत्र द्वारा पेंशन में से हिस्सा देने के लिए विभिन्न तरह से प्रताड़ित किया जा रहा था। जब उन्होंने झरिया थाना में शिकायत की तब झरिया थाना ने सहायता प्रदान कर उन्हें प्रताड़ना से मुक्ति दिलाई। दंपति ने पुलिस के कार्य की भूरी भूरी प्रशंसा की।

तत्पश्चात माननीय सदस्य ने समाहरणालय के सभागार में पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने धनबाद मंडल कारा, वन स्टॉप सेंटर, सबलपुर स्थित वृद्धा आश्रम, सदर अस्पताल के सुदृढ़ीकरण को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिए।

वहीं तलाक के बढ़ते मामलों पर चिंता प्रकट करते हुए माननीय सदस्य ने कहा कि शीघ्र ही सभी जिलों में प्री मैरिज काउंसलिंग सेंटर की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि तलाक के बढ़ते मामलों के कारण समाज की नींव कमजोर होती जा रही है। यह अत्यंत दुखदाई है। इसलिए काउंसलिंग सेंटर में विवाह का वास्तविक अर्थ जोड़ों को समझाया जाएगा।

घरेलू हिंसा व दहेज प्रताड़ना पर चिंता प्रकट करते हुए माननीय सदस्य ने कहा कि हर महिला को सम्मान से जीने का अधिकार है। महिलाओं को उनके अधिकार के प्रति जागरूक करने के लिए उन्होंने समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करने का भी सुझाव दिया।

माननीय सदस्य ने साइबर क्राइम को कानूनी व सामाजिक तरीके से रोकने का प्रयास करने का सुझाव दिया। इसके लिए उन्होंने जागरूकता अभियान को तेज करने पर जोर दिया।

कार्यक्रम के समापन से पूर्व वरीय पुलिस अधीक्षक श्री प्रभात कुमार ने कहा कि आयोग के मर्गदर्शन और दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा। महिलाओं के लंबित या दर्ज मामलों की समीक्षा की जाएगी। महिलाओं के प्रति दुर्व्यवहार व प्रताड़ना की रोकथाम के लिए पुलिस प्रयासरत रहेगी।

मौक़े पर ग्रामीण एसपी श्री कपिल चौधरी, सिटी एसपी श्री ऋत्विक श्रीवास्तव, उप विकास आयुक्त श्री सादात अनवर, नगर आयुक्त श्री रवि राज शर्मा, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर श्री पियूष सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी श्री राजेश कुमार, ,डीएसपी विधि व्यवस्था श्री नौशाद आलम, डीएसपी मुख्यालय श्री शंकर कामती, डीएसपी सी सी आर श्री सुमित कुमार, डीएसपी मुख्यालय 2 श्री धीरेंद्र नारायण बंका, श्री साइबर श्री संजीव कुमार, एसडीपीओ बाघमारा श्री पुरुषोत्तम कुमार सिंह, एसडीपीओ सिंदरी श्री सत्यम आशुतोष के अलावा विभिन्न थाना प्रभारी व अन्य पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारी उपस्थित थे।

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