खुदीराम बोस की शहादत ने आजादी की लड़ाई को नई दिशा दी– बबलू महतो

खुदीराम बोस की शहादत ने आजादी की लड़ाई को नई दिशा दी– बबलू महतो
सिंदरी विधानसभा के बलियापुर के किसान संग्राम समिति कार्यालय में शुक्रवार को मासस के नेता एवं कार्यकर्ताओं ने भारत के सबसे युवा शहीद क्रांतिकारी खुदीराम बोस के 115 वी पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर माला अर्पण कर उनको नमन करते हुए उनको याद किया l मौके पर मासस के केंद्रीय सचिव बबलू महतो ने कहा कि अमर शहीद खुदीराम बोस इतिहास के एक ऐसे क्रांतिकारी दुत थे जो देश के लिए पहले बलिदान देकर पूरे भारत को आजाद करने मे अपना योगदान दिया था अपना बलिदान देकर लोगो को अजादी की राह पर एकजुट किया था उन्होंने कहा कि हम सबको उनके संघर्ष बलिदान और समाज के लोगों को जागरूक करते हुये पुरे भारत मां के सम्मान के लिए जो उन्होंने इतने कम उम्र में सहादत दिया उसको भुलाया नही जा सकता।खुदीराम बोस का जन्म तिन दिसम्बर 1889 को हुआ था।पिता का नाम त्रिलोकनाथ बसु माता का नाम लक्ष्मी प्रिया थी। नोवी की शिक्षा को छोड अजादी की लडाई मे कुद पडे।और अग्रेजी हुकुमत को हिला कर रख दिये।उनका कर्म भुमी मुजफ्फरपुर था।11अगस्त 1908 को महज 19 साल की उम्र मे फासी की मुजफ्फरपुर के केंद्रीय कारागार मे दिया गया।मौके पर मास्टर्स के केंद्रीय सचिव बबलू महतो, प्रखंड कार्यकारिणी अध्यक्ष देवाशीष पांडे ,प्रखंड उप प्रमुख आशा देवी, युवा मोर्चा प्रखंड अध्यक्ष अविनाश महतो ,रजत महतो, कृष्णा दा, शीतल दत्तl, चंदन भूमिहार , दिनेश महतो ,भागीरथ महतो, मिहिर महतो, सपन महत्त्व रवि महतो राजकुमार महतो अरविंद महतो सरोज महतो एवं अनेक कॉमरेड साथियों ने इस कार्यक्रम में मौजूद थे