भयावह समय जब मार्च महीने में भारत में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लाकडाउन

2020 का वो भयावह समय जब मार्च महीने में भारत में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लाकडाउन लगाया गया था। रोज कमाने खाने वाले लोगों के समक्ष रोटी का संकट खड़ा हो गया था। ऐसे में हमलोगो ने तब के सिंदरी के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजीत सिन्हा से गरीबों के बीच खाने के पैकेट वितरित करने की अनुमति मांगी थी। शुरू में तो उन्होंने वायरस के इंफेक्शन के प्रभाव के कारण इसको न करने को कहा, परंतु गरीब गुरबों के दशा को ध्यान कर और हमारे द्वारा यह आश्वस्त करने के पश्चात् की कोरोना गाइडलाइंस का पूर्ण पालन किया जाएगा वे राजी भी हुए और खूद जन अधिकार मंच के सदस्यों के साथ शहरपुरा कल्याण केन्द्र तथा गुरूद्वारा के पास के पचास परिवारों के बीच खाने का पैकेट बांटे थे। उनका मृदुल स्वभाव एवं मुस्कान लिए हुए चेहरा आज उनके निधन की ख़बर सुनकर सहसा आंखों के सामने आ गया। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें ।

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