संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है – प्राचार्य अशुतोष कुमार*

*संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है – प्राचार्य अशुतोष कुमार*
आज डीएवी पब्लिक स्कूल सिंदरी, धनबाद में आज संस्कृत सप्ताह के समापन समारोह का आयोजन किया गया। बच्चों ने भिनिन्न प्रकार कार्यक्रमों का आयोजन किया। बच्चों ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। वार्तालाप में आदित्य नयन और अनमोल सहिश l झीनिया मजूमदार और शौरमा दत्ता ने शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया वही राखी पांडेय ने संस्कृत सप्ताह के हुए कार्यक्रमों का विवरण प्रस्तुत किया । कक्षा सप्तम अ के बच्चों ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इस अवसर पर प्राचार्य आशुतोष कुमार ने कहा कि संस्कृत एक भाषा ही नहीं बल्कि यह संपूर्ण जीवन शैली है जिसमे सभी प्रकार शास्त्र शामिल है। इसमें संस्कृत कविता, तर्क, व्याकरण, दर्शन, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, गणित सहित अपने भंडार के साथ दुनिया की सबसे प्राचीन भाषाओं में से एक है। और अन्य भाषाओं की जननी है।
वैदिक काल से ही भारत एक ज्ञान समाज था, जिसमें संस्कृत में लिखित गणित, चिकित्सा, तत्वमीमांसा, खगोल विज्ञान आदि शामिल थे, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की खोजों में इस भाषा ने अपने महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस बात को सभी ने स्वीकार किया।
कार्यक्रम को तैयार करने वाले संस्कृत शिक्षक बृज किशोर द्विवेदी ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि संस्कृत संस्कारों की भाषा है और देववाणी के रूप में विख्यात है जो पूर्णतः वैज्ञानिक है। विद्यालय के छात्र और शिक्षक उपस्थित थे।

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