सिंदरी। नगर निगम के सुपरवाइजर सतेंद्र मरांडी के द्वारा 54 नंबर वार्ड के गाँधी नगर में एक अवैध बॉरिंग होने की

सिंदरी। नगर निगम के सुपरवाइजर सतेंद्र मरांडी के द्वारा 54 नंबर वार्ड के गाँधी नगर में एक अवैध बॉरिंग होने की
जानकारी पत्रकारों, सीटी मैंनेजर, जेई एवं सिंदरी थाना को दी गयी। गौरतलब बात ये है कि अवैध बॉरिंग होने के स्थान पर जेई हीरा लाल विश्वकर्मा ने बताया कि फिलहाल नगर निगम के अंतर्गत कोई भी बॉरिंग करना गैरकानूनी है और बिना परमिशन के ही गाँधी नगर एनएसी कॉलोनी और तासरा प्रॉजेक्ट के गेट के सडक के समीप शिव मंदिर के पास अवैध बॉरिंग करते गाड़ी संख्या जेएच 02 वी 7800 को नगर निगम के सुपरवाइजर सतेंद्र मरांडी ने पकड़ा और हमलोगों अर्थात सीटी मैनेजर विकाश चंद्रा, जेई हीरा लाल विश्वकर्मा, जेई समीर सुमन के साथ पत्रकारों को बॉरिंग के स्थान पर बुलाया। बॉरिंग के स्थान पर पत्रकारों के सम्मुख नगर निगम के जेई एवं सीटी मैनेजर ने जप्ती कागज बना कर सिंदरी थाना के ड्राइवर शम्भू एवं छोटा बाबू को सौंपा, पर छोटा बाबू ने कहा कि गाड़ी एवं कागज मुझे थाना में दीजिएगा, तभी मैं स्वीकार करूँगा। उसके बाद जप्ती की कार्यवाही चल ही रही थी कि सभी पत्रकार वहाँ से चले गए, उसके बाद पंकज मण्डल सेल के डीजीएम एवं तासरा प्रॉजेक्ट के एल & पी से सम्बंधित अधिकारी घटनास्थान पर पहुँच कर अपना रौब नगर निगम के अधिकारीयों पर दिखाने लगे एवं तत्काल कार्य से निलंबित करवाने, डीसी एवं नगर आयुक्त से बात करने तक की धमकी लोगों को दे डाली। उसके बाद सिंदरी थाना के लोग गस्ती में निकल गए। उसके बाद विकास चंद्रा से बात हुई तो सिंदरी थाना के द्वारा जप्ती कागज अस्वीकार करना एवं घटनास्थल से चले जाने की बात बताई गयी, जिसके बाद पत्रकार सतीश मिश्र ने डीएसपी भूपेंद्र प्रसाद रावत से बात कर अवैध बॉरिंग से सम्बंधित पूरी जानकारी दी तो वे आश्वासन दिया कि सिंदरी थाना से बात कर घटनास्थल पर भेजते हैँ। पर पता चला कि एक बार फिर से सेटिंग कर सेल के अधिकारी अपनी शाख बचाने का प्रयास किया, जिसमें सिंदरी थाना की भूमिका संदिग्ध है एवं निगम के अधिकारीयों की भी। बहरहाल अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत चरितार्थ एक बार फिर हुई।