ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के सामने मरा हुआ शख्स अचानक हुआ जिंदा*

*ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के सामने मरा हुआ शख्स अचानक हुआ जिंदा*

मंत्री आलमगीर आलम के सामने फरियाद लगाते हुए शख्स ने बताया कि हुजूर मैं मुर्दा नहीं, मैं जिंदा हूं. मुझे कागजों पर मृत दिखाते हुए मेरी जमीन हड़पने की कोशिश की जा रही है.

राजधानी रांची से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। यहां के ग्रामीण विकास मंत्री और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम जनसुनवाई में बैठे थे। इस दौरान वो फरियादियों की समस्या को सुन रहे थे। सुनवाई कांग्रेस भवन रांची में चल रही थी। इसी बीच एक फरियादी वहां गुहार लगाते पहुंचा। उसकी समस्या सुन कर मंत्री जी के भी होश उड़ गए। फरियादी आकर उनसे बोलता है, हुजूर अभी हम जिंदा हैं’। दरअसल उस फरियादी को सभी सरकारी कागजों को मृत घोषित कर दिया गया है। बता दें कि शख्स का नाम लोकनाथ सिंह है।

हुजूर! हम जिंदा हैं, सरकारी कागजों में मार

मरा हुआ और निसंतान घोषित कर दिया गया
लोकनाथ सिंह जनसुनवाई में खुद उपस्थित हुए और कहा कि हुजूर मैं अभी जिंदा हूं। मैं मरा नहीं हूं। फिर भी मुझे सरकारी कागजों पर मरा हुआ घोषित कर दिया गया है। जिस कारण कहीं उसकी सुनवाई भी नहीं हो रही है। सारी जगह से थक हार से अब वो मंत्री जी के पास पहुंचे हैं। युवक ने बताया कि ये सब जमीन माफिया का काम है। उन्होंने लोकनाथ को वंशावली में मरा हुआ और निसंतान घोषित कर दिया। जिस पर उन्होंने ग्रामीण विकास मंत्री को बताया कि हुजूर न मैं मरा हूं न ही मैं निसंतान हूं। मैं यहां अपने बेटे के साथ आया हूं।

मंत्री आलमगीर से मुर्दे की गुहार, बोला- ‘हुजूर अभी हम जिंदा हैं’अंचलाधिकारी की भी मिलीभगत
लोकनाथ सिंह ने कहा की जमीन माफिया उसकी जमीन पर कब्जा करने चाहते हैं। उसे बेच रहे हैं और म्यूटेशन तक करवा चुके हैं। इसमें अंचलाधिकारी की भी मिलीभगत का आरोप लोकनाथ सिंह ने लगाया। उनका आरोप है की तमाम जानकारी उन्होंने अंचलाधिकारी को दी थी लेकिन कोई करवाई करने की जगह माफिया के पक्ष में जमीन का दाखिल खारिज करवा दिया। मंत्री आलमगीर आलम लोकनाथ सिंह की शिकायत सुनकर चौंक गए। उन्होंने तुरंत संबंधित अधिकारियों को फोन करके इस घटना की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त करवाई करने का निर्देश दिया।

 

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