हेमंत सोरेन की नई सरकार में मंत्री पद के लिए कौन-कौन लेगा शपथ? आ गई नई LIST, यहां देखें*

*हेमंत सोरेन की नई सरकार में मंत्री पद के लिए कौन-कौन लेगा शपथ? आ गई नई LIST, यहां देखें*

। हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में नई कैबिनेट का गठन हो रहा है जिसमें कांग्रेस की ओर से राधाकृष्ण किशोर का नाम शामिल हो गया है। किशोर अनुसूचित जाति का प्रतिनिधित्व करते हैं और अगर राजद से सुरेश पासवान को मंत्री नहीं बनाया गया तो वे प्रबल दावेदार होंगे। कांग्रेस से मंत्रिमंडल में दूसरा बड़ा वर्ग इसाइयों का है जिसमें कोलबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी दावेदार हैं।

*1. कांग्रेस से चुनाव जीतकर आए पूर्व मंत्री राधा कृष्ण किशोर प्रमुख दावेदारों में शामिल*

*2. लगातार तीन चुनाव जीतकर कांग्रेस के नमन विक्सल कोंगाड़ी बन चुके हैं प्रबल दावेदार*

*3. भूषण बाड़ा और शिल्पी नेहा तिर्की भी इस पद के लिए प्रबल दावेदारों में शामिल*

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में जो नई कैबिनेट का गठन हो रहा है उसमें कांग्रेस की ओर से प्रमुख दावेदारों में अनुसूचित जाति का प्रतिनिधित्व करनेवाले राधाकृष्ण किशोर का नाम शामिल हो गया है।

कैबिनेट में इस बिरादरी से एक मंत्री होगा और अगर राजद से सुरेश पासवान को मंत्री नहीं बनाया गया तो राधाकृष्ण किशोर प्रबल दावेदार होंगे।

कांग्रेस से कोई दूसरा नाम दावेदारों की सूची में शामिल नहीं हुआ है। किशोर चुनाव से कुछ दिनों पूर्व कांग्रेस में शामिल हुए थे और उन्होंने सफलता दर्ज कर अपनी पहली बाधा पार कर ली है।

*कांग्रेस से मंत्रिमंडल में दूसरा बड़ा वर्ग इसाइयों का*

कांग्रेस से मंत्रिमंडल में दूसरा बड़ा वर्ग इसाइयों का है। पार्टी में कई आदिवासी चुनाव जीतकर आए हैं उनमें से इयाइयों की संख्या अधिक है। पार्टी सूत्रों की मानें तो कांग्रेस की ओर से एक इसाई का नाम भी प्रस्तावित किया जा सकता है।

इस वर्ग से तीन बार चुनाव जीतने का अनुभव रखनेवाले कोलबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी की बड़ी दावेदारी है। सिमडेगा से भूषण बाड़ा भी प्रबल दावेदारों में हैं। इनके अलावा मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की भी ईसाई समूह से आती हैं।

*अंतिम निर्णय आलाकमान को लेना है*

उनका भी दूसरा टर्म है और अनुभव के नाम उनके साथ पिता बंधु तिर्की का बड़ा अनुभव शामिल है। बंधु कई बार विधायक होने के साथ-साथ राज्य में शिक्षा मंत्री का दायित्व भी संभाल चुके हैं। मंत्रिमंडल में किसे शामिल किया जाना है, इसको लेकर अंतिम निर्णय आलाकमान को लेना है।

बहरहाल, विधायक राजधानी रांची से लेकर नई दिल्ली तक लाबिंग करने में जुट गए हैं और किसी तरह से कैबिनेट में शामिल होने को बेचैन हैं।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now

जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Mytesta.com +91 8809666000