मधुबन थाना क्षेत्र में हुई गोलीबारी मामले में बड़ी कार्रवाई!

मधुबन थाना क्षेत्र में हुई गोलीबारी मामले में बड़ी कार्रवाई!

मधुदा थाना क्षेत्र के भुरंगिया में पुलिस ने मधुबन थाने में पहले से दर्ज गोलीबारी के मामले में छापेमारी की। इस छापेमारी में खरखरी निवासी शेख मोइन को गिरफ्तार किया गया है। मोइन की निशानदेही पर पुलिस ने एक बंदूक और कुछ गोली बरामद की है।
हालांकि, इस मामले में पुलिस अभी तक कोई अधिकारिक बयान देने से इनकार कर रही है।
**********कारू के कारनामे में बीसीसीएल अधिकारी और जनप्रतिनिधि कलंकित हुए,
करू नाम भी ,चेहरा भी करू, और काम भी करू, मतलब तीनों संयोग एक साथ चल रहा था, लेकिन ऊपर वाला का डंडा से कारू का आशा कोठी किला ध्वस्त हो गया, इस काले कारोबार में वर्चस्व पर चली बम गली में कुल 10 मामले दर्ज हुए हैं लेकिन कारु की गिरफ्तारी के बाद कारू के सहयोग करने वाले चैन से सो रहा था, धनबाद जिले के बाघमारा अनुमंडल के धर्माबांध और मधुबन थाना क्षेत्र सुर्खियों में है क्योंकि यहां आउटसोर्सिंग कंपनी का सहयोग करने और अवैध माइंस चलाने के मामले में गोलीबारी से कई पुलिस अधिकारी सहित लोग दशक के साए में जीने को मजबूर दिख रहे थे ,
सूत्र के अनुसार कारू के हम शक्ल द्वारा वाटसेफ स्टेटस लगाकर यह लोगों के बीच में यह बताया गया की कारू का साम्राज्य 6 महीने में फिर से वापस आएगा,
करू यादव का वेशभूषा एक मजदूर की तरह बनकर क्षेत्र में रहा करता था ,लोगों को यह पता चल सके कि यह व्यक्ति ग्रामीण जनता की लड़ाई हक अधिकार के लिए लड़ता है लेकिन जब आशा कोठी में अवैध कोयले निकाल कर रखे लगभग 5000 टन जमा में कोयला पर सीआईएसएफ ने छापा मारा तो बीसीसीएल को कई टन कोयले बिना खर्च किए हुए मिल गया, लेकिन भारी मात्रा में कोयल मिलने का आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुआ है ,क्यों नहीं पुष्टि हो रही है क्योंकि इतने भारी मात्रा में कोयला रखना कोई एक रात में नहीं निकल सकेगा, इसको निकालने के लिए तीन से चार महीने का समय लग सकता है, जो कि सीआईएसफ व बीसीसीएल के लोग क्षेत्र में बने रहते हैं आखिर उनकी रिपोर्ट अगर हुआ तो कार्रवाई क्यों नहीं हुआ यह बड़ा सवाल है , जो आगे जांच का विषय है,जांच एजेंसी अगर सही से जांच पड़ताल करे तो कई लोग कानून के शिकंजे में होंगे।

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