श्री राम के जीवन से गुरु भक्ति सीखनी चाहिए क्योंकि गुरु ही आपको आपके लक्ष्य तक पहुंचाता है

राष्ट्रीय धर्म प्रचारक आशीष आनंद जी महाराज ने कहा की यज्ञ का मतलब समस्त हिंदू सुरक्षित हिंदू हर हिंदू, को जगानाजागरण ष्ट्रीय प्रवक्ता अरविन्द गर्गाचार्य जी ने श्रीराम कथा में कहा कि

श्री राम के जीवन से गुरु भक्ति सीखनी चाहिए क्योंकि गुरु ही आपको आपके लक्ष्य तक पहुंचाता है

राम जी गुरु विश्वामित्र के सोने के वाद सोते हैं पर उनके जागने से पहले जग कर गुरु सेवा में लग जाते हैं  विद्यार्थी के पांच लक्षण होते हैं
काक चेष्ठा बको ध्यानम,स्वान निद्रा तथैव च।
अल्पाहारी गृहत्यागी विद्यार्थी पंच लक्षणः।।
कौए की तरह दृष्टि,बगुले की तरह एकाग्रता,कुत्ते की तरह निद्रा,होनी चाहिए कम खाना,और घर के प्रति अधिक मोह न हो ये पांच लक्षण जिसमें होंगे वह अपने लक्ष्य को जरूर प्राप्त कर लेता है
राम विवाह के प्रसंग में गूढ़ भाव प्रगट किया कहा कि
भूप सहसदस एकही वाला।
लगे उठावन टरहि न टारा।।
एक धनुष में दस हजार लोग कैसे लग सकते हैं ,पर यहां एकहि वारा का अर्थ एक साथ नहीं एक दिन है अर्थात एक दिन में दस हजार राजाओं ने उठाया पर कोई उठा न सका

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