बीआईटी परिसर में करोड़ों के निर्माण कार्य में एएलसी ने कई कमियों पाई* 

बीआईटी परिसर में करोड़ों के निर्माण कार्य में एएलसी ने कई कमियों पाई न्यूनतम मजदूरी एवं अन्य राज्य के मजदूरों से कार्य के लिए लइसेंस अनिवार्य

*सेफ्टी के नाम पर टोपीनुमा हेलमेट, अन्य सभी सेफ्टी बस्तुएँ नदारत*

सिंदरी। बुधवार को सहायक श्रमायुक्त (धनबाद)झारखंड सरकार रंजीत कुमार बीआईटी सिंदरी में छात्रावास केलिय होरहे भवन निर्माण की जानकारी पर निरीक्षण करने पंहुचे।सहायक श्रमायुक्त धनबाद ने पत्रकारों को बताया की बीआईटी में भवन निर्माण की जानकारी पर बीआईटी सिंदरी आया हूं कोई भी बड़ा एवं सरकारी निर्माण करने वाले निविदा कंपनी को श्रमविभाग से निबंधन एवं कितने मजदूर कार्यरत हैं उसका लेबर लाइसेंस लेना होता है लेकिन बीआईटी सिंदरी के भवन निर्माण करने वाली कंपनी ने कोई कागजात प्रस्तुत नहीं किया है। न्यूनतम मजदूरी अधिनियम 1948 के उलंघन के साथ साथ सुरक्षा नियमों का भी पालन नहीं हो रहा है।भवन निर्माण में निर्धारित श्रम कानूनों को ताक पर रखकर कार्य किया जा रहा है। श्रम विभाग को प्रवासी मजदूरों की भी जानकारी नहीं दी गई है जो प्रवासी मजदूरों के हक को प्रभावित कर सकता है। सहायक श्रमायुक्त धनबाद झारखंड सरकार रंजीत कुमार ने प्रेस को बताया कि बीआईटी सिंदरी में भवन निर्माण कर रहे निरंजन राय कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को कारण बताओ नोटिस भेजकर जबाब माँगा जायेगा? कंपनी के द्वारा मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी, सेफ्टी के नाम पर कुछ मजदूरों के सर पर टोपी के समान हेलमेट था, जबकि सेफ्टी जूता, ग्लव्स, चश्मा, सेफ्टी बेल्ट आदि किसी भी मजदूरों के पास नहीं देखा गया। इसके अलावा कांटेक्ट लेबर एक्ट के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन करवाकर लइसेंस लेना अनिवार्य है, झारखण्ड के मजदूर के अलावा कहीं अन्य राज्य के मजदूरों से कार्य लेने के लिए अंतरराज्यीय लइसेंस लेना होता है, इसके अलावा भवन निर्माण विभाग के अंतर्गत हमलोगों को सुचना देनी होती है, जो नहीं की गयी। उपरोक्त के आधार पर कारण बताओ नोटिस निर्गत होगी, उसके जवाब के आधार पर कार्यवाही की जाएगी। विदित हो कि बीआईटी सिंदरी में छात्रावास के लिय दो जगहों पर लगभग दो सौ करोड़ के लागत से भवन निर्माण चल रहा है, जिसमें तय मानकों के अनुसार कार्य नहीं किया जा रहा है। पुरुष मजदूरों के साथ महिला मजदूरों से भी सूर्यास्त के बाद काम करवाना आम बात है। जोकि महिला को सूर्यास्त के बाद काम करने के लिए बिल्कुल बंद है सारे नियम को तक पर रखते हुए निरंजन राय प्राइवेट लिमिटेड कंस्ट्रक्शन कम कर रही है।

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