हृदय विदारक घटना में दो बहनों ने अपनी जान गवाई* धनबाद। मेमको मोड़ – बिनोद.

*हृदय विदारक घटना में दो बहनों ने अपनी जान गवाई* धनबाद। मेमको मोड़ – बिनोद
बिहारी चौक रोड पर असर्फी अस्पताल के पास सोमवार की दोपहर करीब सवा 12 बजे हृदय विदारक घटना घटी। विपरीत दिशा से आ रही स्कार्पियो के चालक का संतुलन बिगड़ा और स्कार्पियो डिवाइडर फांद कर सड़क की दूसरी लेन में घुस गई। बिनोद बिहारी चौक से मेमको मोड़ की तरफ जा रही स्कूटी को सामने से रौंदते हुए स्कार्पियो पास में ही सड़क पर पलट गई। घटना में स्कूटी सवार इशिता होरो (19 वर्ष) और पीछे बैठी छोटी बहन जीया शरण होरो (15 वर्ष) की दर्दनाक मौत हो गई। इशिता और जिया झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ धनबाद के सचिव जय होरो की पुत्री थीं। जय बीटीएम मलेकारा हाईस्कूल के प्रभारी हैं। इशिता 12वीं पास करने के बाद निफ्ट में पढ़ाई कर रही थीं। जबकि जिया डिनोबिली स्कूल में नौवीं की छात्रा थीं। बहन को स्कूल से लेकर इशिता अपने घर धैया प्रभातम मॉल के पास स्थित घर जा रही थी। स्कार्पियो पलटने के बाद चालक सहित एक अन्य लड़का गाड़ी के अंदर ही फंस गए। स्थानियों लोगों ने उन्हें बाहर निकाला। बाहर निकालने के बाद दोनों को पास में ही कुबेर पेंट्स एंड हार्डवेयर नामक दुकान में बैठाया। उनकी पहचान धनसार विक्ट्री कॉलोनी निवासी प्रदीप मंडल और धनसार हनुमान मंदिर के पास रहने वाले राजीव भारती के रूप में हुई।घटना की जानकारी पर फौरन पीएसआर और धनबाद थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। धनबाद थाना प्रभारी प्रमोद पांडेय ने दोनों को हिरासत में लिया। जानकारी पाकर डीएसपी मुख्यालय एक शंकर कामती, डीएसपी मुख्यालय दो संदीप कुमार गुप्ता, सरायढेला थाना प्रभारी फाल्गुनी पासवान, बरवाअड्डाथाना प्रभारी सहित अन्य मौके पर पहुंचे।
*इशिता ने मौके पर ही तोड़ दिया दम* दुर्घटना स्थल का नजारा देख इसकी भयावहता समझी जा सकती थी। स्कूटी का पुर्जा – पुर्जा सड़क पर 50 मीटर तक बिखरा पड़ा था। इशिता का हेलमेट कई हिस्सों में बंट गया था। जिया के स्कूल बैग की किताब – कॉपियां और वाटर बोतल बैग से बाहर निकल कर बिखर गई थीं। दोनों बहनों के जूते भी अलग – अलग जगहों पर गिरे हुए थे। इशिता ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि छोटी बहन जिया का एक हाथ शरीर से अलग होकर सड़क पर गिर गया। लोग लहूलुहान जिया को लेकर पास में ही असर्फी अस्पताल दौड़े, लेकिन उसकी भी जान नहीं बचाई जा सकी।
*सड़क पर शव व स्कूटी की हाल देख बिफरी भीड़* दिल दहला देने वाली इस दुर्घटना के बाद मौके पर जुटी भीड़ का कलेजा फट गया। एक बच्ची का शव और दूसरे का शरीर से अलग हुआ हाथ देख कर भीड़ बिफर पड़ी। हार्डवेयर दुकान के बाहर पहुंच कर लोग ड्राइवर और उसके सहयोगी को जनता के सुपुर्द करने की मांग करने लगे। इस दौरान पुलिस के खिलाफ भी नारेबाजी की। पुलिस ने कई बार शव को एसएनएमएमसीएच भेजने का प्रयास किया, लेकिन लोग बार-बार भड़क जा रहे थे। कुछ देर के लिए आक्रोशित भीड़ ने आठ लेन को जाम भी कर दिया। 50 से अधिक गाड़ियों को वापस मेमको मोड़ और बिनोद बिहारी चौक की तरफ मुड़वा दिया।