हेमंत सरकार में बलियापुर के आसनबनी में हुआ जबरन अतिक्रमण।

हेमंत सरकार में बलियापुर के आसनबनी में हुआ जबरन अतिक्रमण।

जिला प्रशासन के साथ सेल व केटीएमपीएल के लठैतों ने ग्रामीण रैयतों पर चलाए डंडे व घसीटा – रैयत निर्मल महतो

सिंदरी/बलियापुर । सेल की महत्वाकांक्षी परियोजना टासरा प्रोजेक्ट के विस्थापितों के पुनर्वास के लिए बलियापुर के आसनबनी में बनने जा रहे आवासों के लिए भूमि अधिग्रहण का विरोध ग्रामीणों द्वारा शुक्रवार को किया गया। इसपर बलियापुर अंचल अधिकारी प्रवीण कुमार सिंह के नेतृत्व में आई जिला प्रशासन की टीम ने ग्रामीणों को लाठी डंडे से खदेड़ा और जबरन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी की।

आसनबनी मौजा के रैयत निर्मल कुमार महतो ने बताया कि बलियापुर अंचल अधिकारी के नेतृत्व में आई जिला प्रशासन की टीम ने आसनबनी के रैयतों के विरोध एक नहीं सुनी और उनके उपजाऊ भूमि पर जेसीबी मशीन से रौंद दिया। ग्रामीण रैयतों में शामिल महिला पुरुषों ने जब इसका विरोध लाठी डंडे सहित पारंपरिक हथियार से किया तो जिला प्रशासन ने बल का प्रयोग किया। वहीं जिला प्रशासन की आड़ में सेल की संवेदक कंपनी केटीएमपीएल के लठैतों ने भी रैयत महिला पुरुषों को घसीटते हुए लाठी डंडे से हाँथ साफ किए। इस दौरान कई रैयतों को पुलिस के हवाले किया गया।

ग्रामीण रैयत निर्मल महतो ने बताया कि ग्रामीणों की भूमि जिला प्रशासन ने जबरन अधिग्रहण किया है। इसे हेमंत सोरेन की सरकार ने किया है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की टीम के साथ केटीएमपीएल कंपनी के लठैतों ने भी ग्रामीणों पर लाठी डंडे जमकर बरसाए और घसीटा भी। वहीं रैयत मीणा देवी ने बताया कि महिलाओं को ढकेला गया है। इसमें एक महिला घायल हो गई है। रैयत महिलाओं के बार बार रोने के बावजूद पुलिस अनसुना कर रही थी।

आसनबनी की घटना अन्यायपूर्ण – विकास ठाकुर

सीपीएम के सिंदरी बलियापुर लोकल कमिटी के सचिव विकास कुमार ठाकुर ने बयान जारी कर कहा कि भारी पुलिस बल को लेकर टासरा परियोजना के पदाधिकारी ने जिस तरीके से आसनबनी मौज़ा की रैयती जमीन पर जबरन कब्जा किया। रैयती जमीन पर लगे धान की फसल और सब्जी के फसल को बर्बाद किया और व्यवसायिक प्रतिष्ठान को तोड़ा गया यह बेहद अन्यायपूर्ण है। रैयत अमृत महतो ने कहा कि मेरा व्यावसायिक प्रतिष्ठान, बच्चों का स्कूल और सब्जी की खेती को तोड़ कर जबरन अधिग्रहण कर कब्जा कर मुझे 10 लाख का नुकसान हुआ। टासरा प्रोजेक्ट के गुंडों के बल पर ग्रामीणों को खेत में पीटा गया। इस अन्याय के खिलाफ ग्रामीण बेहद गुस्से में है। ग्रामीणों में सुनील माझी, नीलू देवी, बिजली देवी, भावमणि देवी, मीणा देवी आदि ने रोष प्रकट किया।

बलियापुर अंचल अधिकारी प्रवीण कुमार सिंह ने कहा कि सेल के टासरा प्रोजेक्ट के रिहैबिलिटेशन के लिए आसनबनी में सीमांकन किया जा रहा है। इसमें शामिल 41 एकड़ भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया के तहत रैयतों को 60 करोड़ मुआवजा दिया जा रहा है। इनमें 379 रैयत शामिल हैं। इनमें 350 रैयतों ने मुआवजा राशि ले लिया है। शेष बचे 29 रैयतों का पैसा जमा है और वह इसे ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ रैयत विरोध कर रहे थे। परंतु भू अर्जन की प्रक्रिया कानून के तहत ही किया जा रहा है।

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