भाजपा बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा एवं स्वास्थ को छोड़ धार्मिक समीकरण में उलझाने का काम कर रही है : आनंद महतो

*भाजपा बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा एवं स्वास्थ को छोड़ धार्मिक समीकरण में उलझाने का काम कर रही है : आनंद महतो

*भारत वर्ष बेरोजगारों का देश बना, किसानों के देश से : बबलू महतो*

सिंदरी। देश के सभी राज्य में चुनावी पर्व चल रहा है और सभी जिलों में एक ही समीकरण है कि ज्यादा से ज्यादा भोटरों को घर से निकालकर बूथ तक पहुँचाना, जिसमें जिला आयुक्त एवं प्रशासनिक विभाग पुरजोड़ से लगी है। बृहस्पतिबार से चुनाव आयोग के तरफ से क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए चुनाव चिन्न मुहैया करवा दिया गया है। इस बार मासस के तरफ से संसदीय पद के लिए जगदीश रवानी को पूर्व विधायक आनंद महतो का आशीर्वाद एवं बबलू महतो उर्फ चन्द्र देव महतो का साथ मिला है। पूर्व विधायक ने कोयलाँचल संवाद से वार्ता करते हुए भाजपा पर धर्म, समुदाय में समाज को बाँटने का काम किया है ना कि समाज में फैले बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा एवं स्वास्थ जैसे मुलभुत मुद्दे से भटकाने का भी कार्य किया है। भाजपा पूर्णरूप से ब्यावशायिक लोगों की पार्टी है, इसी कारण देश में सरकारी संस्थानों को बंद कर निजीकरण को बढ़ावा देना, सरकारी संस्थानों के शेयर को बेचना या बीमार घोषित कर पूंजीपतियों को बेच देना आदि है। इसी कारण पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के समय में एफसीआई को बीमार घोषित कर बेचा गया और वर्तमान प्रधानमंत्री के समय कैटलिस्ट प्लांट पीडीआईएल को 14 सितम्बर 2019 में बंद कर दिया गया। एफसीआई और पीडीआईएल जैसी सरकारी संस्थान को भाजपा ने बीमार घोषित कर बेच दिया, जबकि इसी फैक्ट्री के कारण सिंदरी टाउनशिप थी, जिसमें जिले का सबसे बड़ा अस्पताल 205 बेड का था, उसके साथ कई अन्य छोटी अस्पताल भी थी, पर आज लगभग एक लाख लोग बिना अस्पताल के 24 वर्षों से रह रहे हैँ। इतना ही नहीं गरीब, असहाय बच्चों के लिए एफसीआई की ओर से सरकारी स्कूलों को भी बंद कर निजी स्कूलों को बढ़ावा दिया गया। हजारों लोग एफसीआई एवं पीडीआईएल के अंतर्गत कार्य करनेवाले बेकार हो गए, जिसके बाद उनके बच्चों को रोजगार के लिए पलायन करना पड़ा, उस दर्द से अगर कोई पार्टी वाशता रखती है तो वो है मासस। भाजपा को भी पता है कि मासस ही धनबाद का दूसरा विकल्प है, ना कि कांग्रेस। मासस के केंद्रीय सचिव बबलू महतो ने भाजपा के साथ कांगेस को आड़े हाँथ लेते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि का पता ही नहीं होता और अचानक किसी को भी पार्टी टिकट देकर क्षेत्र में भेज देती है। इससे पहले 2019 में कीर्ति झा आजाद थे, जो कभी भी धनबाद के लिए या धनबाद से उनका वास्ता नहीं रहा था, अब अनुपमा सिंह। धनबाद वाशियों को ही नहीं पता होता है कि दिल्ली से किसे टिकट मिलेगा मतलब पाँच साल क्षेत्र में खटे कोई और पार्टी आलाकमान टिकट दे दे किसी को भी। मतलब ये भी केवल जनता को गुमराह करनेवाली पार्टी है। क्योंकि 2019 में कीर्ति झा आजाद चुनाव हारे, उसके बाद आज तक धनबाद की धरती पर उन्हें या वर्तमान अनुपमा सिंह को कोई देखा या जनता भी था क्या? भाजपा और कांग्रेस केवल धनबाद की भोली भाली जनता को ढगने का काम आज तक की है जो अब नहीं होगा, इस बार दोनों को मुँह की खानी होगी। बबलू महतो ने कहा कि मासस पार्टी का मुख्य उदेश्य ही है कि समाज के अंतिम पायदान के लोगों तक पहुँचना एवं सुबिधा को पहुँचाना।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे
Donate Now

जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles

Back to top button
Close
Website Design By Mytesta.com +91 8809666000