एकरार मिंया बीसीसीएल प्रबंधन एवं पुलिस प्रशासन को दे रहा चुनौती, कबाड़ी के आड़ में खफा रहा अवैध लोहा*

*एकरार मिंया बीसीसीएल प्रबंधन एवं पुलिस प्रशासन को दे रहा चुनौती, कबाड़ी के आड़ में खफा रहा अवैध लोहा*
धनबाद। जिंदगी जीने का हक एवं कार्य को करने का हक सभी का है, जो भी जीवित है। लेकिन समाज में रहने के कुछ शर्त होते हैँ, जिसे हर हाल में आपको मानना ही होता, इसी के अंतर्गत हमलोग सामाजिक कहलाते हैँ एवं नहीं मानते तो असामाजिक कहलाते हैँ। एकरार मिंया नामक ब्यक्ति जो पुटकी के विवेकानंद नगर में कबाड़ी का कार्य बीसीसीएल के ही जमीन पर कर रहा है। इतना ही नहीं उस कबाड़ी में बीसीसीएल के साइट से रात के अँधेरे में लोहा कटिंग होकर आता है, जिसे भी खपाया जाता है। इतना ही नहीं बल्कि जो प्लास्टिक बिका सही, नहीं तो आग लगा दिया जाता है, जिससे आसपास के रहनेवालों का दुर्गन्ध से सांस लेना दुस्वार हो जाता है। इतना ही नहीं बल्कि एकरार मिंया गोडाउन में ही लोहा कटिंग भी करता है, जिसका आवाज असहनीय होता है। वहाँ के स्थानियों का अनुरोध है कि ऐसे असामाजिक तत्वों को समाज से बाहर कर दिया जाए, ताकि लोग चैन की सांस ले पाएं, साथ ही अवैध लोहा गोडाउन की आड़ में अवैध लोहा खरीद फरोष को प्रशासन रोक लगाए ताकि बीसीसीएल की सम्पति ऐसे ही बर्बाद होने से बचे। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है पुटकी थाना का पीछे ही अवैध लोहा गोदाम है मगर प्रशासन की आंख बंद वजह क्या है जनता पूछ रही है