जनप्रतिनिधियों के कारण मृतक तपन मंडल को मिला इंसाफ* सिंदरी। अडानी एसीसी सिंदरी यूनिट में कार्यरत तपन मंडल की

*जनप्रतिनिधियों के कारण मृतक तपन मंडल को मिला इंसाफ* सिंदरी। अडानी एसीसी सिंदरी यूनिट में कार्यरत तपन मंडल की

तबियत अचानक कार्य करते हुए बिगड़ी, जिसके बाद प्राथमिक ईलाज के बाद बेहतर ईलाज के लिए परामर्श दिया गया। उनके बाद परिजनों ने बलियापुर स्थित माँ हॉस्पिटल में डॉ सी जी साहा के पास ईलाज के लिए गए, किन्तु उन्हें भी मृतक तपन की बीमारी समझ में नहीं आईं, जिसके बाद उसे धनबाद के असर्फी में ईलाज के लिए ले जाया गया, जहाँ किसी अपरिहार्य कारण से मृत्यु हो गई। मृत्यु के बाद सोमवार को मृतक की बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए एसएनएमएमसीएच ले जाया गया, उसके बाद सोमवार को देर रात में बॉडी को सीमाटांड के एक मंदिर में रखा गया। मंगलवार से बुद्धवार तक अडानी एसीसी सिंदरी यूनिट की ओर से बिजली मुहैया नहीं करवाया गया, जिसके कारण मृतक की बॉडी में सड़न आने लगी थी, जो एक अमानवीयता का उदाहरण है। उसके बाद मंगलवार को दो वार्ता विफल होना, उसके बाद एसीसी के कर्मियों का अपने घर शव को छोड़ कर चले जाना, जताता है कि जब तक कर्मी जीवित और कार्य करने के योग्य हो तो उसकी पूछ है, अन्यथा कोई कद्र नहीं। बुद्धवार को फिर से वार्ता हुई, जिसमें नियोजन एवं 11 लाख के रकम के साथ 20 हजार रुपया क्रिया कर्म के लिए भी दिया गया, जिसके बाद एक आवेदन में मौजूदा जनप्रतिनिधि, मृतक की पत्नी एवं कंपनी के अधिकारी के हस्ताक्षर के बाद गेट जाम खत्म हो गया।

पुरे प्रकरण में जनप्रतिनिधियों की भूमिका सराहनीय रही, जिसके लिए मृतक के परिजन एवं अन्य मौजूदा लोगों ने सरहाना की। मौके पर घनश्याम ग्रोवर, बबलू महतो, धरनिधार मंडल, अम्बुज मंडल, अरबिंद पाठक, रामु मंडल, उषा महतो, नाजु सिंह सहित सैकड़ों लोग एवं परिजन मौजूद रहे।

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