रेलवे ठेकेदार मुकेश यादव पर जातीसूचक शब्दों और बेवजह परेशान करने का परसबनिया मुखिया ने लगाया आरोप

रेलवे ठेकेदार मुकेश यादव पर जातीसूचक शब्दों और बेवजह परेशान करने का परसबनिया मुखिया ने लगाया आरोप

सिंदरी । परसबनिया पंचायत के मुखिया राजाराम रजक ने सिंदरी मार्शलिंग यार्ड में अंडर पास में इलेक्ट्रिकल कार्य करने पहुँचे ठेकेदार मुकेश यादव पर जातीसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने और बेवजह परेशान करने की लिखित शिकायत बलियापुर थाना में की है। उन्होंने बताया कि रेलवे के लिए बीसीसीएल का रोपवे कटिंग कर मुकेश यादव गड़बड़झाला करने की कोशिश कर रहा था। ग्रामीणों द्वारा इसका विरोध किया जा रहा था। ग्रामीणों की सूचना पर ठेकेदार से पूछताछ की गई तो उसने पहले तो जातीसूचक शब्द का इस्तेमाल किया। बाद में माफी माँगते हुए रेलवे के द्वारा गाड़ियों का परिचालन पत्र देकर रोपवे के लोहे को सीआईएसएफ जवानों की सुरक्षा में ले गए। इस मामले को लेकर ठेकेदार मुकेश यादव ने बलियापुर पुलिस से बेवजह रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत की है। परसबनिया मुखिया राजाराम रजक ने बताया कि रेलवे ठेकेदार मुकेश यादव के कर्मचारियों ने सिंदरी मार्शलिंग यार्ड के अंडरपास कार्य में बाधित बन रही बीसीसीएल के रोपवे को काटकर बीसीसीएल में तैनात सीआईएसएफ के जवानों के साथ रोपवे के लोहे को चार ट्रैक्टर में लोडकर ले जा रहे थे। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की। ग्रामीणों की सूचना पर उक्त स्थल पर पहुँचकर मुखिया ने ट्रैक्टर संचालकों व सीआईएसएफ के जवानों से ट्रैक्टर ट्रॉली में लदे लोहे व वाहन का पास की जानकारी माँगा गया। परंतु मात्र एक ट्रैक्टर ट्राली का पास दिखाकर रोपवे का लोहा तीन अन्य ट्रैक्टर ट्रॉली में लोडकर ले जाया जा रहा था। इसकी सूचना पर गुस्साए मुकेश यादव ने झूठा केस करने की धमकी दी थी। काफी देर की मशक्कत के बाद सीआईएसएफ जवानों ने तीन अन्य ट्रैक्टरों का पास रेलवे से उपलब्ध कराया। उसके बाद सीआईएसएफ जवानों ने अपनी सुरक्षा में कटिंग लोहा सहित ट्रैक्टर ट्रॉली ले गए। उन्होंने बलियापुर पुलिस से इसकी जाँच करने का आग्रह किया है। बताते चलें कि ठेकेदार मुकेश यादव ने मुखिया राजाराम रजक, जयप्रकाश सिंह सहित 8 से 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ पाँच लाख रुपए की रंगदारी, मारपीट और हथियार के बल पर छिनतई का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज के लिए बलियापुर थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। इसको लेकर परसबनिया पंचायत के ग्रामीणों में रेलवे ठेकेदार के प्रति आक्रोश व्याप्त था।

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